आज के इस लेख में हम भारत के तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक के ऊपर बात करेंगे। जिसे कोई भी हिन्दुस्तानी अनंत काल तक नहीं भूल पाएगा और वो है
हमारे द्वारा मनाया जाने वाला ये पर्व हम पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। राष्ट्रीय गीत गाते हैं राष्ट्रीय गान गाते है और अपने झंडे (तिरंगा) को सैल्यूट करते हैं। गणतंत्र दिवस का ये पर्व खास तौर पर विद्यालयों तथा सरकारी कार्यालयों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन के उपलक्ष पर बच्चे ढेर सारे गीत, भाषण और सांस्कृतिक कृत्य करते हैं और इस दिन सरकारी कार्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। जरूर पढ़े- गणतंत्र दिवस का इतिहास
भारतीय गणतंत्र दिवस का इतिहास काफी ज्यादा रोचक और भव्य है जिसकी शुरुआत 26 जनवरी 1950 में की गई थी जब हमारे देश में भारत सरकार अधिनियम को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। इसी के उपलक्ष में हमारे देश में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा एक और इतिहास बड़ा ही ज्यादा मशहूर है वो ये कि इसी दिन 1930 में कांग्रेस ने पहली बार पूर्ण स्वराज की मांग रखी थी वह भी एक ऐतिहासिक दिन था। इस दिन की शुरुआत 1929 में तब से शुरू हुई जब कांग्रेस का नेतृत्व पंडित जवाहरलाल नेहरू करते थे। गणतंत्र दिवस का त्यौहार हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है और इसकी शुरुआत 1950 में हुई और पूर्ण स्वराज की प्रतिज्ञा का भी सम्मान हुआ। गणतंत्र दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन हमारे देश का संविधान पूर्ण रूप से शुरू हुआ था। यह हम सभी के लिए एक गर्व की बात है और हम 26 जनवरी के दिन को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे।
गणतंत्र दिवस पर निबंध
प्रस्तावना
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