[2022] रक्षाबंधन पर निबंध | Essay on Rakshabandhan in hindi

क्या आप रक्षाबंधन के पावन अवसर पे रक्षाबंधन पर निबंध लिखना चाहते हैं? यदि हां तो हमारे Essay on Rakshabandhan in hindi से मदद ले सकते हैं।

जरूर पढ़ें- रक्षाबंधन पर 10 वाक्य (Overview)

रक्षाबंधन पर लेख कैसे लिखें?

यदि आप रक्षाबंधन पर लिख लिखना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख की सहायता से आप खुद रक्षाबंधन पर एक सुंदर लेख तैयार कर सकते हैं। हमने इस लेख में रक्षाबंधन से संबंधित हर महत्वपूर्ण पहलुओं पर नजर डाली है। जिस वजह से आपको रक्षाबंधन पर लेख लिखने में कोई भी कठिनाई नहीं होगी और आप एक सुंदर लेख स्पष्ट रूप से लिख सकते है।

2022 में रक्षाबंधन कब है?

2022 में रक्षाबंधन 11 अगस्त को गुरुवार के दिन धूम धाम से मनाया जाएगा। जहां पर लोगो के पास मनोरंजन करने का पर्याप्त समय रहेगा।

रक्षाबंधन पर निबंध 150 से 200 शब्दों में लिखिए?

हमारा ये लेख रक्षाबंधन पर निबंध 1500 से 2000 शब्दों में लिखा गया है आप इसे अपनी जरूरत के अनुसार रक्षाबंधन पर निबंध 150 से 200 शब्दों में लिख सकते हैं।

चलिए रक्षाबंधन पर निबंध शुरू करते हैं, हेल्लो दोस्तो रक्षाबंधन एक ऐसा पावन त्योहार है जो हर साल भाई बहनों के जीवन में ढेर सारी खुशियां व शुभकामनाएं लेकर उपस्थित होता है। रक्षाबंधन का शाब्दिक अर्थ है रक्षा करने वाला और बंधन मतलब धागा।

इस पर्व पर बहन अपना प्यार प्रकट करते हुए अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र यानी की राखी बांधती है और उनको टीका लगती है।

बदले में भाई उन्हे उपहार व ज़िन्दगी भर रक्षा करने का वचन देते हैं। हमने आज का ये लेख रक्षाबंधन का निबंध आपको ढेर सारी जानकारी देगा, तो चलिए शुरू करते हैं।

प्रस्तावना एवं उपसंहार सहित रक्षाबंधन पर निबंध

प्रस्तावना

रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन के अपार प्रेम को दर्शाता है। ये त्यौहार हर साल श्रवण माह की पूर्णिमा में पड़ने वाला हिन्दू त्योहार है। आपकी जानकारी के लिए बता दें यह त्यौहार जैन धर्म का भी प्रमुख त्योहार है।

रक्षाबंधन पर निबंध

श्रावणी पूर्णिमा के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रेशम के धागे की राखी बांध कर रक्षाबंधन का पर्व मनाती है। इस पर्व पर भाई अपनी बहन को अच्छे से उपहार व चॉकलेट लाके देते हैं।

रक्षाबंधन का इतिहास क्या है? (रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है?)

प्राचीनकाल की बात है जब देवताओं और असुरों में भयंकर युद्ध हुआ था और युद्ध का परिणाम यह आया कि देवता अपना राज पाठ सब कुछ गवा दिया था।

तब देवराज इन्द्र ने अपना राज पाठ पुनः प्राप्त करने की मंशा से देवगुरु बृहस्पति की आराधना की थी। तब उन्होंने प्रसन्न होकर श्रावण मास की पूर्णिमा के प्रातः काल में निम्न मंत्र से रक्षा विधान किया था।

“येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामभिवध्नामि रक्षे मा चल मा चलः।”

तत्पश्चात इस पूजा के संपन्न होने के बाद एक रक्षा सूत्र प्राप्त हुआ जो इंद्राणी ने देवराज के कलाई पर बांध दिया था। जिसके बाद युद्ध में देवराज इन्द्र की विजय हुई और उनको उनका सारा राज पाठ पुनः प्राप्त हुआ था। तब से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाने लगा और हर वर्ष अगस्त के महीने में मनाया जाता है।

हमारे देश में राखी का क्या महत्व है?

हमारे देश में राखी का बहुत ज्यादा महत्व ये रक्षाबंधन का त्यौहार प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहन अपनी भाई के के कलाई पर राखी के रूप में प्रेम बांधती है। भाई दूर दूर से अपनी बहन से मिलने आते हैं और इस पर्व की शोभा बढ़ाते है। लोग पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़ पौधो को भी राखी बांधते हैं।

प्राचीन समय में ब्राह्मणों और गुरुओं के द्वारा अपने शिष्य और यजमान को उनकी लंबी आयु की कामना करते हुए रखी के शुभ अवसर पर राखी बांधी जाती थी। इस दिन केवल भाई बहन ही नहीं अपितु गुरु अपने शिष्य को एक पुत्री अपने पिता को और जिनको हम नहीं जानते हैं उनको भी भाई बहन के पावन रिश्ते में बांध सकते है। ये सभी रक्षाबंधन के महत्व को दर्शाते हैं।

राखी का त्यौहार कैसे बनाएं? (पारंपरिक विधि)

रक्षाबंधन की सुबह हर बहने बड़ी खुश रहती हैं और सुबह सुबह स्नान करके पूजा की थाल सजाते हैं जिसमें वे कुमकुम, राखी, रोली, अक्षत दीपक, और मिठाई रखती है। इसके बाद सिर पर रूमाल रख कर भाई को पूर्व दिशा में बैठना होता है और उसकी आरती उतारी जाती है।

उसके बाद बहने अपने भाई के माथे पर कुमकुम का तिलक लगाते हैं अक्षर डालते हैं और फिर कलाई पर राखी बांधकर अपना प्रेम निछावर करते हैं तत्पश्चात मीठा खिला कर इस पावन त्यौहार को संपन्न करती हैं। बदले में भाई अपनी बहन के चरण स्पर्श कर के आशीर्वाद लेते हैं और उनको उपहार व रक्षा का वचन भी देते हैं।

इसके बाद घर के सभी लोग मिलकर स्वादिष्ट पकवान का आनंद लेते हैं और इस पर्व को खुशहाल तरीके से मनाते है।

राखी का महत्व द्वापर युग की एक कथा में प्रसिद्ध है (पौराणिक महत्व)

राखी का इतिहास बहुत है प्राचीन है। आज से करीब हजारों लाखों वर्ष पूर्व द्वापर युग की एक कथा प्रसिद्ध है जब द्रोपदी ने भगवान कृष्ण की उंगली कट जाने पर उनकी उंगली पर अपनी साड़ी के वस्त्र का एक टुकड़ा फाड़ कर उनकी उंगली पर बांध दिया था।

कथानुसार द्रौपदी की मुश्किल घड़ी मे जब उनका असहनीय चीरहरण हो रहा था तब भगवान कृष्ण ने अपनी उंगली पर बांधे साड़ी के टुकड़े का कर्ज द्रौपदी के वस्त्र हरण को होने से रोक कर निभाया था और द्रौपदी के मर्यादा की लाज रखी थी और स्त्री जाती को शर्मशार होने से बचा लिया था। श्री कृष्ण ने उस साड़ी के टुकड़े को राखी समझ कर है स्वीकार किया था।

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रक्षाबंधन के अवसर पर सरकार द्वारा हर बहन को तोहफा

रक्षाबंधन के दिन भारत सरकार द्वारा हर एक बहन को डाक सेवा की ओर से छूट दी जाती है जिसमें 1 दिन के लिए खास तौर पर ₹10 वाले लिफाफे की बिक्री की जाती है। इस 50 ग्राम के लिफाफे में बहने एक साथ पांच से छह राखियां अपने भाई को भेज सकती हैं।

जबकि सामान्य जो 20 ग्राम के लिफाफे आते हैं उसमें केवल एक ही राखी भेजी जा सकती है। यह ऑफर डाक विभाग की तरफ से हर बहनों को रक्षाबंधन के दिन दी जाने वाली शानदार भेंट है।

आधुनिक युग में रक्षाबंधन

आधुनिक युग में रक्षाबंधन का त्यौहार फीका नजर आने लगा है, जबकि प्राचीन समय में ब्राह्मण गुरु जन अपने शिष्य को राखी बांधकर पूरी परंपरा से यह त्यौहार मनाते थे पर आजकल के युग में राखी का त्योहार फीका नजर आता है जब समय की कमी के कारण राखी के पर्व की पूजा में भी कई सारे बदलाव आए हैं।

अब लोग पहले की तरह इस त्यौहार को लेकर उत्साहित नहीं नजर आते है। दूर बैठे भाई को बहन कोरियर के माध्यम से राखी भेज देती है और बहुत ज्यादा तो मोबाइल पर व्हाट्सएप में राखी की शुभकामनाएं दे दी जाती है। तो कुछ इस कदर आधुनिक युग में रक्षाबंधन का त्योहार फीका होता जा रहा है।

उपसंहार

रक्षाबंधन एक ऐसा पर्व है जो भाई बहनों के बीच प्रेम को दर्शाता है इसके अलावा एक गुरु का अपने शिष्यों के प्रति व अपने यजमान के प्रति प्रेम प्रस्तुत करता है। रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे भारत वर्ष में ही नहीं अपितु नेपाल, मलेशिया व हर उस स्थान पर मनाया जाता है जहां पर भारत के निवासी निवास करते है।

रक्षाबंधन पर निबंध से संबंधित उसके प्रश्न व उनके उत्तर

Q1- रक्षाबंधन का निबंध कैसे लिखते हैं?

Ans- जैसा कि आप सभी जानते हैं हमने रक्षाबंधन पर निबंध के इस लेख में रक्षाबंधन पर detailed आर्टिकल लिखा है और आप इस लेख से सहायता लेकर रक्षाबंधन पर निबंध आसानी से लिख पाएंगे।

Q2- 8 अगस्त को रक्षाबंधन कौन से सन् में पड़ी थी?

Ans- 2017 में रक्षाबंधन 7 अगस्त को था 8 अगस्त के लिए कोई भी उचित डाटा हमारे पास मौजूद नहीं हुआ है।

Q3- रक्षाबंधन का त्यौहार कब और क्यों मनाया जाता है?

Ans- ये त्यौहार हर साल श्रवण माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। ये त्यौहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। और हमने इस लेख में यह त्यौहार क्यों मनाया जाता है विस्तार से समझाया आप इस लेख को पढ़कर अपने प्रश्नों का उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।

आज के इस लेख में हमने रक्षाबंधन पर निबंध विस्तार से पढ़ा है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे Essay on Rakshabandhan in hindi से पूरी जानकारी मिली होगी। यदि आपको ये लेख पसंद आया हो तो इसे अपने मित्रो व रिश्तेदारों के साथ अवश्य शेयर करें ताकि उनको भी इससे संबंधित पूरी जानकारी मिल सके।